exotic vegetable in uttarakhand

Dineshlal thati
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प्रकृति ने उत्तराखंड को बहुत ही खूबसूरती से सजाया है वहीं कुछ  बहुत ही दुर्लभ फल-फूल व सब्जियां दी है ।
वैसे इसमे से कुछ सब्जियां अन्य देशों मे भी मिलती है और इनको खरीदने के लिए अच्छे खासे पेसै खर्च करने पड़ते है  वही देवभूमि उत्तराखंड में ये फल फूल और सब्जियाँ आपको आसानी से मिल जायेगी और हो सकता है इनके लिए आपको पेसे भी न खर्च करने पड़ें इनमे से कुछ के बारे मे नीचे लिख रहा हू ।
बुरांस (Rhododendron)
इसके फूल बहुत ही खूबसूरत होते हैं ।
उत्तराखंड के जंगलो और पहाड़ियों में फूल बहुत ही मनमोहक दिखते हैं जो कि किसी का भी मन मोह लें यह उत्तराखंड का राज्य वृक्ष है वहीं नेपाल मे बुरांस के फूल को राष्ट्रीय पुष्प घोषित किया गया है ।
मार्च - अप्रैल मे इसके लाल रंगों वाले फूलों से पूरी पहाड़ियां भर जाती है ।
इसका इस्तेमाल दवाइयाँ बनाने मे किया जाता है ।
बुरांस के फूलों जा जूस ह्रदय रोगियों के लिये बहुत ही लाभदायक माना जाता है ।

लेंगड़ा (Diplazium esculentum)

यह पौधा पानी के समीप या दलदली जमीन मे उगता है । सिर्फ उत्तराखंड मे ही इसकी कही प्रजातियाँ पाई जाती है जिनमे कुछ खाने लायक होती है । और कुछ जहरीली होती है ।
इसीलिये आपको इसकी पहचान होना अती आवश्यक है वेसै अब तो यह सब्जी आपको उत्तराखंड के शहरों मै भी मिल जायेगी ।
इसकी सब्जी से पोलियो की बीमारी ठीक होने मे बहुत मदद मिलती है ।

खोल्या जलपत्ती (watercress)

उत्तराखंड मे पाई जाने वाली सब्जियों मेसे मेरी यह सबसे मनपसंद की सब्जी है सायद आपकी भी हो यह सब्जी आपको दुनिया मे बहुत जगह मिल जायेगी जहां इसको let us के रूप मे कच्चा खाया जाता है । उत्तराखंड मे इसे पकाकर खाया जाता है ।
यह एक तरह का सेवाल है । जो कि कम पानी या गदेरों मे उगता है ।

हिस्सर  (raspberry)

उत्तराखंड मे पाये जाने वाला यह बहुत ही स्वादिष्ट और मीठा होता है । यह उत्तराखंड मे अपने आप उग जाता है वहीं कई देशों मे इसकी खेती भी की जाती है । यह पौधा कंटीली झाड़ियों वाला होता है । गर्मियों के सुरूआती मौसम मै इसमे फल उग आते हैं ।
पक्षियों के लिये तो यह बेंरियाँ किसी वरदान से कम नहीं है पक्षियां इसकी जमकर दावत उड़ाती है क्योंकि उन्हैं यह फल आसानी से मिल जाते हैं और किसी की रोक टोक भी नहीं होती ।

काॅफल (Myrica esculenta)

उत्तराखंड मे काॅफल बहुत ही लोकप्रिय फल है ।
वैसे तो यह ऐक जंगली फल है लेकिन आज के दौर मे यह फल आपको उत्तराखंड के किसी भी बस स्टैंड और दुकानो मे आसानी से मिल जायेगा ।


च्यूँ (mushroom)

विश्वभर मे इसकी अनेकों प्रजातियां पाई जाती है यह ऐक तरह की फंगस होती है जोकि बरसात के मौसम मे सड़े पौधे या जमीन मे उगते हैं ।यह बीज नहीं बल्कि बीजाणू से उत्पन्न होती हैं ।
उत्तराखंड मे पाई जाने वाली मशरूम अन्य देशों मे पाये जाने वाले मशरूम की अपेक्षा बड़ी होती है ।
भारत के कई राज्यों मे इसे कुकर मुत्ता भी कहा जाता है । कुछ लोगों का मानना हेकि यह कुत्ते के मूत्र दान करने से उत्पन्न होता है लेकिन यह सायद गलत सोच है ।

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